Ishq Fakiri Poetry :- If you in a love and want some awesome words for your loveone then you should listen this beautiful combination of spoken word and music which is titled Ishq Fakiri performed and written by Sainee Raj and Baksheesh Singh. A very beautiful background music added in this song which given by Baksheesh Singh himself. This song and poetry composition presented under the label of Spill Poetry.
Song Title – | Ishq Fakiri |
Singer – | Sainee Raj, Baksheesh Singh |
Music – |
Baksheesh Singh |
Lyrics – | Sainee Raj, Baksheesh Singh |
Video by – | Dishang Popat, Vivian Castelino |
Music Label – | Spill Poetry |
Ishq Fakiri
इश्क़ फकीरी लग गई ए मैनू
इश्क़ खुमारी चढ़ गई ए मैनू
इश्क़ फकीरी लग गई ए मैनू
इश्क़ खुमारी चड़ गई ए..
इश्क़ को अगर फुरसत होती
दिलों में आज भी बरकत होती
हाथों में लेकर तेरा हाथ
चांद तले जन्नत होती
दिल का दिमाग लगा रहता
जो तेरी इस पर संगत होती
तू तेरा मैं मेरी फिर भी अपनी रंगत होती
इश्क़ को अगर फुरसत होती
काली राता जाग के कटदी
शुकर हुंदा जे भुल्ल मैं सकदी
होंठा दे उत्ते रख लेई ए
तेरे नाम दी प्याली चख लेई ए
काली रातों में जैसे सफेद सफे यादें हरी कर जाते हैं बोसे तेरे होठों के दिल गुलाबी कर जाते हैं
हाथों पर सूखी हल्दी पीली पड़ जाती है
एक हल्की सी याद भी दिल केशरी कर जाती है
अच्छा ही होता जो थोड़ी गफलत होती
इश्क़ को अगर फुरसत होती
उठ उठ के आशिक़ चलदे ने
नील कुसुम दी थां पूछदे ने
मंज़िल दी घुन लग गई ए मैनू
रावा दी कोई खबर नइ मैनू
इश्क़ फकीरी लग गई ए मैनू
इश्क़ खुमारी चढ़ गई ए मैनू
रातों में उठ उठ कर लिखते गाने
जिन्हें सुनते और भी दिल लगाने वाले
खाली बैठे भी दिल भरा रहता
जब निकलते दो आशिक सवाब कमाने
बेमिसाल होती ऐसी भी एक कहानी
अगर साथ हमसफ़र होता
ये भी एक अजीब हरकत होती
तू ना होता फिर भी तेरी अजमत होती
इश्क़ को अगर फुरसत होती
इश्क़ फकीरी लग गई ए मैनू
इश्क़ खुमारी चढ़ गई ए मैनू
इश्क़ फकीरी लग गई ए मैनू
इश्क़ खुमारी चढ़ गई ए मैनू
सब पर खुदा की रहमत होती
इश्क़ को अगर फुरसत होती
इश्क़ फकीरी लग गई ए मैनू
इश्क़ खुमारी चढ़ गई ए…
– Sainee Raj and Baksheesh Singh