Long Distance Ashiqui
कितने calls किए मैंने तुम्हें??
देखा क्या तुमने?
हां I know that तुम्हारे ऑफिस में तुम्हारे प्रमोशन का सीन चल रहा है but just take a second यार
हाँ तो क्या हो गया, तो क्या होगा.. if i gave you forty two missed calls in thirty minutes तुम्हे तो पता है ना कितना obsessed हो जाता हूँ मैं
जी 42 मिसकॉल 30 मिनटों में
ये काम ना आपको तब तक illogical लगता रहेगा
जब तक आपका कभी ego ना hurt हुआ हो
फिर वो इश्क़ ही क्या जिसमें ego ना hurt हो।
पर मेरी कहानी किसी ऐसी घिसी पिटी कन्वर्सेशन से थोड़ी ना चालु होती है
वो तो चालू होती है वहां से
वहां जहाँ पहली बार हमारे जीन्स की पिछली पॉकेट में हमारा खुद का बंटवा रहने लगा था
वहा जहां रात-रात भर दोस्तों के साथ बैठ के deep philosophies लाइफ के discuss हुआ करती थी
और सुबह लेक्चर में लास्ट बेंच पे किताब खोलकर, मुँह खोलकर सोना होता था
वहां जहां degree के साथ हमें दोस्ती मिली, डिप्लोमेसी नहीं
जी..बात मेरी इंजीनियरिंग कॉलेज की हो रही है
और इससे पहले कि आप मेरे कॉलेज को जज करें या हम इंजीनियर्स को जज करें
एक बात मैं बता दूँ कि हां…
हां माना हम creasiet जरूर है पर साला Common बिल्कुल नहीं है
तो कॉलेज का फाइनल ईयर खत्म होने लगा था और सब दोस्त यार पीछे छूट रहे थे
हम सब अपने अलग-अलग रिस्पेक्टिव शहर में जा रहे थे अपनी कॉरपोरेट्स जॉइन करने
और कॉलेज के बाद कॉरपोरेट तो ऐसा लगता है ना,
ऐसा लगता है जैसे किसी बीमारी में ना,
कोई गलत दवा दी जा रही हो
और अक्सर गलत दवाएं रिएक्ट कर जाती हैं
और तुम और बीमार पड़ जाते हो
एक काफी लंबा अरसा उनके साथ-साथ रहने के बाद भी अब हम दो भी अलग हो रहे थे
दो अनजान शहर नई-नई ऊंची-ऊंची अंजान अंजान इमारते, अनजान चेहरे, अनजान लोग
मैं जब भी किसी मस्ती करते हुए ग्रुप को देखता था ना तो उनके पास जाता था उन्हें थोड़ी देर मुस्कुराते हुए देखता था
और ये सोच कर आगे बढ़ जाता था कि साला अपना भी एक टाइम हुआ करता था ना
पर इन अनजान चेहरों के बीच सिर्फ एक ही शख्स था
जिसने पल भर में अपनों को हमारे करीब कर दिया
और उस एक शख्स का नाम है मुकेश धीरूभाई अंबानी
जी जिओ धन धना धन
अब एक मोबाइल के 5 इंच की स्क्रीन के थ्रू हम अपनी दुनियां बांट लिया करते थे
और ये ‘Long Distance Relationship‘
ये सुनने में किसी… किसी वायरस जैसा नहीं लगता?
पर हर Long Distance Relationship में ये नहीं पूछा जाता कि ‘बाबू ने थाना थाया कि नहीं’
We used to talk about severals other things यार
हम बात करते थे about this upcoming elections, we used to talk about this kickass pasta join जहां का पिज्जा बहुत फेमस है
We used to talk about our hopes, heartbreaks, stories, dreams and sometimes about our access.
और एक दिन यूं ही बात करते करते उन्होंने मुझसे पूछा कि यार तुम ना अब मुझसे पहले जैसा प्यार नहीं करते
मैंने पुछा मतलब?
बोली मतलब ये कि अगर तुम मुझसे आज भी उतना ही प्यार करते
तो एक ना एक बार मुझसे मिलने जरूर आते मेरे शहर
बस फिर क्या मैडम ने कर दिया था आशिक का ईगो हर्ट
फिर क्या
फिर बस टिकट्स बुक हुई
accommodation का प्रबंध किया गया और प्रोजेक्ट मिलाप की प्लानिंग शुरू हो गई।
मुझे यह समझ में आया ना कि हमारे देश में जितने भी Long Distance Relationship कि ये जो नांव है ना ये Oyo rooms और Goibibo ने हीं संभाल रखे हैं।
खैर मैं प्यार में डूबा, इश्क में चूर आशिक लाल चौरसिया
फिर पहुंच गया उनके शहर
और भाई महबूब का शहर, वहां की तो फिज़ा ही निराली है
एक हाथ में चॉकलेट, एक हाथ में फूल लिए पहुंच गए उनके ऑफिस के नीचे और उतनी ही एक्साइटमेंट पे लगा डाले उन्हें Call
पहला कॉल unanswered, दूसरा कॉल unanswered, दसवां unanswered, चालीसवां unanswered, बयालीसवां unanswered…
जब सब कुछ इतना परफेक्ट अच्छा और सटीक जा रहा हो ना तो कुछ गलत हो जाता है ना तो नाराज और निराश दोनों होने लगते हो तुम
और मैं बस नाराज होकर बैठा ही था कि उनका कॉल आ गया
मैंने उनसे कहा कि कितने calls किए मैंने तुम्हें??
देखा क्या तुमने?
हां I know that तुम्हारे ऑफिस में तुम्हारे प्रमोशन का सीन चल रहा है but just take a second यार
हाँ तो क्या हो गया….if i gave you forty two missed calls in thirty minutes तुम्हे तो पता है ना कितना obsessed हो जाता हूँ मैं..!
और ये बताओ यार तुम्हारे ऑफिस के सामने वाली चाय की दुकान है इसमें लोग इतनी चीनी क्यों मिलाते हैं सुनो इतने मीठे लोगों के बीच में रहोगे ना तो कीड़े लग जाएंगे तुम पे
वैसे तुम्हारे शहर का मौसम बहुत अच्छा लग रहा है घूमने चलें और वो फिर फट से फोन काट के नीचे आती है
एक काफी लंबे वनवास के बाद श्री राम और सीता का पुनर्मिलन हो रहा था
जी वो आ रही थी एक सफेद कलर का चूड़ीदार बालों में जुड़ा, माथे पर बिंदी, गले में लटका आई कार्ड और चेहरे पर एक ear to ear smile!
हां वो मेरे पास आकर कहती हैं कितना इश्क है मुझसे या इतना इगो है तुममें
और मै कहता हूं मैडम वो इश्क ही क्या जिसमें इतना इगो ना हो!
तो साहब बात सिर्फ इतनी सी है ना कि
ये जो Long Distance Relationship है ना हमने इसे बहुत बदनाम कर रखा है
इसकी खूबसूरती अपने आप में अलग है
और दूसरा, ये ‘हम इंजीनियर्स का इश्क़ है साहब
हम मशीनों से इतना लगाव कर सकते हैं तो सोचिए इंसानों से कितनी मोहब्बत कर सकते होंगे’।
– Dushyant Singh