Bahut Pyar Hai Tujhse Isliye Dur Jana Hai Poetry Lyrics | Sayali Sharad Waghmare | G Talks

'Bahut Pyar Hai Tujhse Isliye Dur Jana Hai' Poetry has written and performed by Sayali Sharad Waghmare on G Talk's Platform.

Bahut Pyar Hai Tujhse Isliye Dur Jana Hai 

पता नहीं तुझे, हमें इश्क तेरा कर रहा दीवाना है
यादें मिटा के रोना है 
गम में भी आंसू पीना है 
फिर दिल को समझा के मनाना है 
क्योंकि बहुत प्यार है तुझसे इसलिए दूर जाना है 
आज खुद के लिए जीना है
खुद हंस के सबको हंसाना है
दर्द का वजन भारी हो गया है 
अब तनहा लग रहा है 
ये तन्हापन मिटाना है 
ना सोती हूं ना खाती हूं 
बस याद करके तुझे रोती हूं
बस हुआ अब ये आंसू रोक के तुझे बताना है 
कि बहुत प्यार है तुझसे इसलिए दूर जाना है
कभी याद आए हमारी तो बंद आंखों में हमें देखना 
हम होंगे हमेशा बस आंसू मत बहाना 
बस आंसू मत बहाना क्योंकि ये दर्द बेगाना है
 बस इतना कहती हूं बहुत प्यार है तुझसे इसलिए दूर जाना है
किनारे देखते-देखते बहुत दूर हो गए 
मंजिल को पाते-पाते ना जाने किस दुनिया में खो गए 
दिल में संभाली है कुछ अच्छी यादें 
पता है हमें.. 
पता है हमें अब फिर ना हो पाएगी मुलाकातें 
हसीन पल है दिल में और रहेंगे हमेशा 
बस अभी यादे ही खुशी का बहाना है 
क्योंकि बहुत प्यार है तुझसे इसलिए दूर जाना है
यादें सब संभाली है दिल में 
अभी उसे मिटाना है 
कभी याद आए तो उन्हें जगा के उनके साथ ही जीना है 
अब ये मेरा तो फेवरेट है और सब regulate करेंगे 
जिक्र करे कभी कोई तुम्हारा 
तो गुस्सा नहीं, मन ही मन में हल्के से मुस्कुराना है 
क्योंकि बहुत प्यार है तुझसे इसलिए दूर जाना है
कितनी अजीब है ये दूरियां 
नादान सी मजबूरियां 
कुछ फर्ज है निभाने 
कुछ सपने हैं पूरे करने 
बस दिल की बात हम जाने 
झूठे नहीं ये फंसाने 
इश्क में हम दोनों हैं दीवाने 
पर कुछ अधूरे काम भी है पूरे करने 
दिल की बात दिल ही पहचाने 
कुछ हम और कुछ तुम जाने 
कुछ हम और कुछ तुम जाने….!
                             – सायली शरद वाघमारे