Teri Yaad ko Bhula Chuka Hoon By Manav | The Social House Poetry
Teri Yaad ko Bhula Chuka Hoon – Manav Teri Yaad ko Bhula Chuka Hoon सुना है आईने को देखकर अब वो शर्मिंदा है मैं कैसा हूं किस हाल में हूं उसे इसी बात की चिंता है तो कह दो उसे उससे जुड़ी हर बात को भुला चुका हूं मैं जिस मोड़ पर उसके वादे थे, … Read more