Kya Bigad Raha Tumhara Hai Poetry Lyrics | Rajat Sood | LGBTQ+ | The Social House Poetry
Kya Bigad Raha Tumhara Hai एक दरखास्त है कि आप इश्क़ में कभी बदनाम मत होना और हो जाओ बदनाम तो फिर इश्क़ में नाकाम मत होना एक अप्सरा सी लड़की ने एक अप्सरा सी लड़की को अपने दिल की जमी पर उतारा है तो सवाल ये है ऐ आवाम क्या बिगड़ रहा तुम्हारा है … Read more