Dhoka Mujhe Diye Pe Hua Aftaab Ka – Rahat Indori | Ghazal And Shayari
Dhoka Mujhe Diye Pe Hua Aftaab Ka धोका मुझे दीये पे हुआ आफ़ताब का ज़िक्रे-शराब में भी है नशा शराब का जी चाहता है बस उसे पढ़ते ही जायें चेहरा है या वर्क है खुदा की किताब का सूरजमुखी के फूल से शायद पता चले मुँह जाने किसने चूम लिया आफ़ताब का मिट्टी तुझे सलाम की … Read more