Badh Gayi Hai Ke Ghat Gayi Duniya – Rahat Indori | Ghazal And Shayari
Badh Gayi Hai Ke Ghat Gayi Duniya बढ़ गयी है के घट गयी दुनिया मेरे नक़्शे से कट गयी दुनिया तितलियों में समा गया मंज़र मुट्ठियों में सिमट गयी दुनिया अपने रस्ते बनाये खुद मैंने मेरे रस्ते से हट गयी दुनिया एक नागन का ज़हर है मुझमे मुझको डस कर पलट गयी दुनिया कितने खानों … Read more