Use Ab Ke Wafaon Se Guzar Jaane Ki Jaldi Thi – Rahat Indori | Ghazal And Shayari
Use Ab Ke Wafaon Se… उसे अब के वफाओं से गुजर जाने की जल्दी थी मगर इस बार मुझ को अपने घर जाने की जल्दी थी इरादा था कि मैं कुछ देर तूफाँ का मज़ा लेता मगर बेचारे दरिया को उतर जाने की जल्दी थी मैं अपनी मुट्ठियों मैं क़ैद कर लेता ज़मीनों को मगर … Read more