WAQT LAGTA HAI PYAR HONE MEIN Poem by SWASTIKA RAJPUT | The Realistic Dice
WAQT LAGTA HAI PYAR HONE MEIN ये सर्द हवाएं और ये धुंधली रात मुझसे एक सवाल पूछती है आज फिर से अकेले खड़े हो या किसी के इंतजार में हो क्या आज फिर से उनके प्यार में हो ना तुम्हें कितनी बार तो यहां बिलखते आंसुओं के साथ तुम्हारे टूटे हुए दिल को देखा है … Read more